Class 12 Extra questions English Flamingo Chapter 3 Deep Water by William Douglas

Class 12 Extra questions                    English Flamingo Chapter 3                                                                           Deep Water by William Douglas 1. Q: What initial event led to Douglas's fear of water?    A: Douglas's fear of water began when he was thrown into the deep end of the Y.M.C.A. pool by a bully, nearly causing him to drown.   2. Q: How did Douglas’s early experiences at the beach contribute to his fear?    A: As a child, Douglas had been knocked down by waves at a beach in California, which left him frightened of water. 3. Q: Why did Douglas decide to learn swimming despite his fear?    A: Douglas decided to learn swimming to overcome his debilitating fear and regain confidenc...

Pre Board - 2 (Answer Key)

 

                                         खण्ड - अ 

  

1. बहुविकल्प प्रश्न   -    16* 0.5  =  8 Marks 

 (I) फीनॉल  से कम अम्लीय है।

 A. एथेनॉल  B. o-नाइट्रोफीनॉल    C.   o-मेथिलफीनॉल   D. o-मेथॉक्सीफीनॉल
 
                                 Answer- B

(II) निम्नलिखित में से कौन-सा विस-डाइहैलाइड का उदाहरण है?

A. डाइक्लोरोमेथेन  B. 1,2.डाइक्लोरोएथेन  C.  एथिलिडीन क्लोराइड  D. ऐलिल क्लोराइड


                                                  Answer- B
(III) निम्नलिखित में से कौन-सा यौगिक सोडियम हाइड्रॉक्साइड के जलीय विलयन के साथ अभिक्रिया करेगा?
  A. C₆H₅OH   B. C₆H₅OHCH₂OH   C.  (CH₃ )₃ COH   D. C₂H₅OH

                                   Answer- A   

                                              

(IV) अणुसंख्यक गुणधर्म______________पर निर्भर करते हैं।
A. विलयन में घुले विलेय कणों की प्रकृति   B. विलयन में विलेय कणों की संख्या
C.  विलयन में घुले विलेय कणों के भौतिक गुणों    D. विलायक के कणों की प्रकृति
                                   
                                      Answer- B

(V)  ऐरोमेटिक नाइट्रोयौगिक का Fe और HCl द्वारा अपचयन देता है 
 A.ऐरोमेटिक ऑक्सिम  B. ऐरोमेटिक हाइड्रोकार्बन C.  ऐरोमेटिक प्राथमिक ऐमीन    D.ऐरोमेटिक ऐमाइड

                               Answer- C
                                           
(VI) वे अणु जिनके प्रतिबिम्ब उन पर अध्यासित नहीं हो सकते काइरल कहलाते हैं। निम्नलिखित अणुओं में
से कौन-सा अणु काइरल है?
 A.  2-ब्रोमोब्यूटेन   B.   1-ब्रोमोब्यूटेन    C.   2- ब्रोमोप्रोपेन    D.  2-ब्रोमोप्रोपेन-2-ऑल 
                                            Answer- A   

                                       

(VII)अभिक्रिया की कोटि के बारे में कौन-सा कथन सही नहीं है?
A. अभिक्रिया की कोटि एक भिन्नांक हो सकती है।
B. अभिक्रिया की कोटि का निर्धारण प्रयोग द्वारा किया जाता है।
C. अभिक्रिया की कोटि सदैव अभिक्रिया के लिए संतुलित रासायनिक समीकरण में अभिक्रियकों के स्टॉइकियोमीट्री गुणांकों का योग होती है।
D.अभिक्रिया की कोटि वेग व्यंजक में अभिक्रियकों की मोलर सांद्रताओं के घातांकों के योग के बराबर होती है।

                                   Answer- C

(VIII) वह संकुल आयन इंगित कीजिए जो ज्यामितीय समावयवता प्रदर्शित करता है।
A. [Cr(H₂O)₄Cl₂ ]⁺                  B. [Pt(NH₃ )₃ Cl] 
C. [Co(NH₃)₆ ] ³⁺                       D.  [Co(CN)₅ (NC)] ³⁻

                                   Answer- A
(IX) प्रोटीनों में दो प्रकार की द्वितीयक संरचनाएँ पाई गई हैं जो  α-हेलिक्स और β-प्लीटेट शीट संरचनाएँ हैं।
 α-हेलिक्स संरचनाएँ जिसके द्वारा स्थायित्व प्राप्त करती हैं, वे हैं 
A.पेप्टाइड आबंध् B.वांडरवाल्स बल  C. हाइड्रोजन आबंध  D. द्विधु्र्व-द्विधु्र्व अन्योन्य क्रियाएं
 
                                 Answer- C

(X) विद्युत् अपघट्यों के विलयनों के लिए कौन-सा कथन सही नहीं है?
A. विलयन की चालकता आयनों के आकार पर निर्भर करती है।
B.चालकता विलयन की श्यानता पर निर्भर करती है।
C. चालकता विलयन में उपस्थित आयनों के विलायक योजन पर निर्भर नहीं करती।
D.चालकता ताप बढ़ाने से बढ़ती है।
                             Answer-  C

(XI) DNA में निम्नलिखित में से कौन-सा क्षार उपस्थित नहीं होता?
A. ऐडेनीन  B. थायमीन  C. साइटोसीन    D. यूरेसिल
                                  Answer-  D
(XII)कीलेशन द्वारा उपसहसंयोजन यौगिकों का स्थायित्व कीलेट प्रभाव कहलाता है। निम्नलिखित में से
कौन-सी संकुल स्पीशज सर्वाध्कि स्थायी है?
A. [Fe(CO)₅ ]        B. [Fe(CN)₆ ]³⁻       C.[Fe(C₂O₄ )₃ ] ³⁻       D.  [Fe(H₂O)₆ ]³⁺

                             Answer- C
(XIII)तत्वों की चुम्बकीय प्रकृति अयुगलित इलेक्ट्रॉनों की उपस्थिति पर निर्भर करती है। उस संक्रमण तत्व
के विन्यास की पहचान कीजिए जो उच्चतम चुम्बकीय आघूर्ण प्रदर्शित करता है?
A. 3d⁷      B.  3d⁵     .C 3d⁸       D. 3d²
                       Answer- B

(XIV)बेन्जीन डाइएजोनियम क्लोराइड के साथ निम्नलिखित में से कौन-सा यौगिक ऐजो युग्मन नहीं करेगा?
A. ऐनिलीन  B.फीनॉल   C. ऐनिसॉल   D. नाइट्रोबेन्जीन

                                  Answer- D

(XV)उत्प्रेरक के लिए निम्नलिखित में से कौन-सा कथन सही कथन नहीं है?
 A. यह अग्र और पश्च दोनों अभिक्रियाओं को समान रूप से उत्प्रेरित करता है।
B. यह अभिक्रिया का ∆G परिवर्तित कर देता है।
C. यह वह पदार्थ है जो अभिक्रिया के साम्यस्थिरांक को परिवर्तित नहीं करता।
D. यह अभिक्रियकों और उत्पादों की सक्रियण ऊर्जा को कम करके वैकल्पिक क्रियाविधि देता है।
                   Answer -  B

(XVI)टॉलूईन आयरन (III)क्लोराइड की उपस्थिति में हैलोजन से अभिक्रिया द्वारा ऑर्थों और पैरा हैलो यौगिक

बनाती है। यह अभिक्रिया है?

   A. इलेक्ट्रॉनरागी निराकरण अभिक्रिया।    B. इलेक्ट्रॉनरागी प्रतिस्थापन अभिक्रिया।

   C. मुक्त मूलक योगज अभिक्रिया।    D. नाभिकरागी प्रतिस्थापन अभिक्रिया।

                                                                              Answer - B


2. रिक्त स्थान -       10 * 0.5  = 5 

(I) m-क्रीसॉल  का IUPAC नाम है ____________।
                    Answer - 3- मेथिलफीनॉल  
(II) एक लीटर (1 क्यूबिक डेसीमीटर) विलयन में घुले हुए विलेय के मोलों की संख्या को उस विलयन की _______कहते हैं।
                                                   Answer -  मोलरता (M) 
(III) पेन्टाकार्बोनिल आयरन (0की संरचना______________ है
                     Answer - त्रिकोणीय द्विपिरैमिडी
(IV)  ऐल्कोहॉलों की हैलोजन अम्लों के साथ अभिक्रियाशीलता का क्रम ___________ होगा।
             Answer - 3° >2° >1°
(V) किसी अभिक्रियक की सांद्रता में कमी की दर उत्पाद की सांद्रता की _____की दर के समान होती है। 
           Answer - वृद्धि  
(VI) 4 FeCr2O4 + 8 Na2CO3 + 7 O2   _________________+ 2 Fe2O3 + 8 CO2
                 Answer - 8 Na2CrO4
(VII) स्टार्च ___________का बहुलक है 
                 Answer -  α - ग्लूकोस 
(VIII) क्लोरोमेथेन, अध्कि अमोनिया से अभिक्रिया करके मुख्यतः __________ देता है।
             Answer - मेथेनऐमीन (CH₃NH₂)

(IX) जब Zn2+ तथा Cu2+ आयनों की सांद्रता एक इकाई (1 mol dm–3) होती है, तो इसका विद्युतीय विभव ____ V होता है।
                          Answer - 1.1 V

(X)  ऐल्किल फ्लुओराइडों का विरचन ऐल्किल क्लोराइड/ब्रोमाइड को _________की उपस्थिति में गरम करके किया जा सकता है।
                     Answer -   NaF  or   HgF₂

3.  अतिलघुउतरात्मक प्रश्न  -    8*1 = 8 Marks   
(I) मेथिलऐमीन की नाइट्रस अम्ल के साथ अभिक्रिया में निकलने वाली गैस है
               Answer - N₂
               
(II) फ़ीनॉल व ऐनिलीन का मिश्रण राउल्ट के नियम से कैसा विचलन दिखाता है।
                            Answer - ऋणात्मक विचलन
            
(III) Cr2+ और Fe2+ में से कौन प्रबल अपचायक है ?
                      Answer - Cr2+

(IV) प्रबल क्षेत्र लिगन्ड का एक उदाहरण दीजिए
                        Answer - CN⁻
(V) कौन-सा बहुलक प्राणियों के यकृत में संग्रहित होता है?
                              Answer - ग्लाइकोजन 
(VI) निम्नलिखित धातुओं को उस क्रम में व्यवस्थित कीजिए जिसमें वे एक दूसरे को उनके लवणों के विलयनों में से प्रतिस्थापित करती हैं। Al, Cu, Mg एवं Zn.
              Answer -  Mg>Al>Zn>Cu
(VII) आदर्श विलयन का एन्थैल्पी परिवर्तन कितना होता है।
                                  Answer - शून्य
(VIII) वर्ग समतली [Pt(CN)4]2– आयन में अयुग्मित इलेक्ट्रॉनों की संख्या बतलाइए।
                                  Answer - शून्य

                                                             खण्ड -  ब


लघु उत्तर प्रश्न -     12 * 1.5  =  18 Marks  (प्रश्न संख्या 4 से 15 तक)
4. कोल्बे अभिव्रिफया में फीनॉल के स्थान पर फीनॉक्साइड आयन की अभिक्रिया कार्बन डाइऑक्साइड  के साथ की जाती है। क्यों?
Answer- फीनॉक्साइड आयन फीनॉल की तुलना में इलेक्ट्रॉनरागी ऐरोमेटिक प्रतिस्थापन के प्रति अध्कि क्रियाशील होता है अतः इसमें कार्बन डाइऑक्साइड द्वारा जो एक दुर्बल इलेक्ट्रॉनरागी है,इलेक्ट्रॉनरागी प्रतिस्थापन होता है।



5. निम्नलिखित अभिक्रियाओं वेफ उत्पाद लिखिए 
Answer-
 

 6. विलयन में उपस्थित अंतराआण्विक बलों वेफ संबंध् में ‘समान समान को घोलता है’ वेफ विलेयता नियम
को समझाइए।

Answer - कोई पदार्थ (विलेय ) विलायक में तब घुलता है जब दोनों अवयवों की अंतरआण्विक अन्योन्य
व्रिफयाएँ समान होती हैं। उदाहरणार्थ, धु्रवीय विलेय ध्ु्रवीय विलायकों में घुलते हैं जबकि अध्ु्रवीय
विलेय अध्ु्रवीय विलायकों में घुलते हैं। अतः हम कह सकते हैं कि ‘समान, समान को घोलता है।’


7.यद्यपि फ्रलुओरीन ऑक्सीजन से अध्कि )णविद्युती है, परन्तु उच्च ऑक्सीकरण अवस्थाओं को स्थायित्व
प्रदान करने की ऑक्सीजन की योग्यता फ्रलुओरीन की अपेक्षा अध्कि है, क्यों?

 Answer - ऐसा धतुओं वेफ साथ ऑक्सीजन की बहुबंध् बनाने की योग्यता वेफ कारण है।



8.  [MnCl₄ ]²⁻  का चुंबकीय आघूर्ण  5.92 BM है। इसे कारण सहित स्पष्ट कीजिए।
Answer - मान लीजिए चुंबकीय आघूर्ण का 5.92 BM Mn²⁺ वेफ d- कक्षकों वेफ पाँच अयुगलित इलेक्ट्रॉनों
वेफ अनुरूप है। परिणामस्वरूप निहित संकरण dsp2 वेफ बजाय SP³ होता है। अतः [MnCl₄ ]²⁻ चतुष्पफलकीय संरचना वेफ चुंबकीय आघूर्ण का मान  5.92 BM होता है।

9. निम्नलिखित यौगिकों को क्वथनांकों वेफ बढ़ते क्रम में व्यवस्थित कीजिए
          CH3CH2CH2CHO, CH3CH2CH2CH2OH, H5C2-O-C2H5, CH3CH2CH2CH3

Answer-  CH3CH2CH2CH3 < H5C2-O-C2H5 < CH3CH2CH2CHO < CH3CH2CH2CH2OH

10. दूध् में उपस्थित शर्वफरा का नाम लिखिए। इसमें कितनी मोनोसैवैफराइड इकाइयाँ होती हैं? ऐसे
ओलिगोसैवैफराइडों को क्या कहते हैं? 
Answer- लैक्टोस, दो मोनोसैवैफराइड इकाइयाँ उपस्थित हैं। ऐसे ओलिगोसैवैफराइड डाइसैवैफराइड कहलाते हैं।

11. कीटनाशी डी.डी.टी.  IUPAC नाम क्या हैं? इनका भारत और अन्य देशों में प्रयोग प्रतिबंधित क्यों हैं?

Answer-  D.D.T. - च.चश्- डाइ-क्लोरोडाइपेफनिल-टंाइक्लोरो एथेन 
       कीटों की अनेक प्रजातियों ने DDT वेफ प्रति प्रतिरोधात्मकता विकसित कर ली तथा यह मछलियों वेफ लिए अति विषैली सि( हुई। DDT वेफ अत्यधिक रासायनिक स्थायित्व तथा इसकी वसा में विलेयता ने समस्या को और जटिल बना दिया। DDT का शीघ्रता से उपापचयन नहीं होता अपितु यह वसीय ऊतकों में एकत्रा तथा संग्रहित हो जाती है। यदि अंतर्ग्रहण लगातार स्थायी गति से होता रहे तो जंतुओं में DDT की मात्रा समय वेफ साथ बढ़ती जाती है।  

12.  निम्नलिखित रूपांतरणों को करने वेफ लिए अभिकिर्मकों वेफ नाम बताइए.?
     A.  ब्यूट-2-ईन से ऐथेनैल           B. साइक्लोहेक्सेनॉल से साइक्लोहेक्सेनोन 
Answer -  A. O3/H2O-Znधूल        B. एन्हाइड्रस CrO3
        

13.संव्रफमण तत्वों की दूसरी और तीसरी पंक्तियाँ, पहली पंक्ति की अपेक्षा, परस्पर अध्कि समानता रखती
हैं। समझाइए क्यों?
  Answer - लैंथेनॉयड संवुफचन वेफ कारण, संव्रफमण तत्वों की दूसरी और तीसरी पंक्ति की परमाणु त्रिज्याएँ
लगभग बराबर हो जाती हैं। अतः उनमें पहली पंक्ति की अपेक्षा परस्पर अध्कि समानता होती है।

14.आण्विकता वेफवल प्राथमिक अभिव्रिफया वेफ लिए अनुप्रयोज्य क्यों है, जबकि अभिव्रिफया की कोटि
प्राथमिक तथा जटिल दोनों वेफ लिए अनुप्रयोज्य है?
Answer - जटिल अभिव्रिफया, प्राथमिक अभिव्रिफयाओं द्वारा कई चरणों में अग्रसारित होती है। प्रत्येक प्राथमिक
अभिव्रिफया में भाग लेने वाले अणुओं की संख्या अलग हो सकती है, यानी प्रत्येक पद की
आण्विकता अलग होगी अतः समग्र अभिव्रिफया की आण्विकता पर विचार करना निरर्थक होता है।
दूसरी ओर जटिल अभिव्रिफया की कोटि व्रिफयाविधि् वेफ सबसे ध्ीमे पद द्वारा निर्धरित होती है और
यह जटिल अभिव्रिफयाओं वेफ संबंध् में भी निरर्थक नहीं होती।


15.जलीय जीव, गरम जल की तुलना में ठंडे जल में अध्कि सहज क्यों महसूस करते हैं?
Answer - दिए गए दाब पर ताप कम करने से जल में ऑक्सीजन की विलेयता बढ़ जाती है। कम ताप पर
अध्कि ऑक्सीजन की उपस्थिति जलीय जीवों को ठंडे जल में अध्कि सहज बनाती है।

                              

                                          खण्ड -  स 
दीर्घ उत्तर प्रश्न - 3 * 3 = 9 Marks  (नोट - प्रत्येक प्रश्न में विकल्प दिया गया है)


16. निम्नलिखित अभिक्रियाओं वेफ संभव उत्पादों की संरचनाएं दीजिए.
(क) ब्यूटेनैल का उत्प्रेरकी अपचयन
(ख)तनु सल्फ्रयूरिक अम्ल की उपस्थिति में प्रोपीन का जलयोजन
(ग) प्रोपेनोन की मेथिलमैग्नीशियम ब्रोमाइड वेफ साथ अभिक्रिया तत्पश्चात् जल अपघटन

Answer - (क) CH3–CH2–CH2–CH2OH
                 (ख)

                (ग) 

                                      
                                         अथवा

16. निम्नलिखित अभिक्रियाओं से बनने वाले मुख्य उत्पादों की संरचनाएं दीजिए।

(क) 3-मेथिलफीनॉल का मोनोनाइट्रोकरण

(ख) 3-मेथिलफीनॉल का डाइनाइट्रोकरण

(ग) फनिलऐथेनोएट का मोनोनाइट्रोकरण

Answer - 


17. स्थिर आयतन पर N2O5(g) के प्रथम कोटि के तापीय वियोजन पर निम्न आँकड़े प्राप्त हुए-

2N2O5 (g)  2N2O4(g) + O2(g)

   


वेग स्थिरांक की गणना कीजिए।

 Answer - माना कि N2O5(g) के दाब में 2x atm की कमी होती है। चूँकि N2O5(g) के दो मोल वियोजित होकर N2O4(g) के दो मोल तथा O2(g) का एक मोल देते हैं, N2O4(g) के दाब में 2atm की वृद्धि तथा O2(g) के दाब में x atm की वृद्धि होगी।

  



                                                   अथवा
17. (क) प्रथम कोटि की एक अभिक्रिया के लिए वेग स्थिरांक k का मान = 5.5 × 10-14 s-1 पाया गया। इस अभिक्रिया के लिए अर्धायु की गणना कीजिए।
(ख) दर्शाइए कि प्रथम कोटि की अभिक्रिया में 99.9% अभिक्रिया पूर्ण होने में लगा समय अर्धायु (t1/2) का 10 गुना होता है।

Answer - (क) प्रथम कोटि की अभिक्रिया के लिए अर्धायु ; 

                               

(ख) 99.9% अभिक्रिया पूर्ण होने पर [R] = [R]0 - 0.999[R]0
               




18. आप 4-नाइटंोटॉलूईन को 2-ब्रोमोबेन्शोइक अम्ल में वैफसे परिवर्तित करेंगे?
 Answer - 




                                                       अथवा

18.    निम्नलिखित की संरचनाएं एवं आइयूपीएसी नाम लिखिए

(क) ऐमाइड जो हॉपफमान ब्रोमेमाइड अभिक्रिया द्वारा प्रोपेनेमीन देता है।

(ख) बेन्शऐमाइड (Benz)वेफ हॉपफमान ब्रोमेमाइड निम्नीकरण से प्राप्त ऐमीन।

Answer - 
(क) प्रोपेनेमीन में तीन कार्बन हैं। अतः ऐमाइड अणु में चार कार्बन परमाणु होने चाहिए। चार कार्बन परमाणु युक्त प्रारंभिक ऐमाइड की संरचना एवं आईयूपीएसी नाम ब्यूटेनेमाइड हैं.
                

(ख) बेन्शऐमाइड सात कार्बन परमाणु युक्त एक ऐरोमैटिक ऐमाइड है अतः बेन्शऐमाइड से छः कार्बन युक्त प्राथमिक ऐरोमैटिक ऐमीन प्राप्त होगी।आईयूपीएसी नाम ऐनिलीन हैं.
                                           


                                                        खण्ड - द

निबंधात्मक प्रश्न -  2 * 4 = 8 Marks  (नोट - प्रत्येक प्रश्न में विकल्प दिया गया है)

19. चित्रा  वेफ आधर पर निम्नलिखित प्रश्नों वेफ उत्तर दीजिए।


(क) सेल 'A' का E꜀ₑₗₗ = 2V तथा सेल 'B' का E꜀ₑₗₗ = 1.1V है।'A' तथा  'B'  दोनों सेलों में से कौन-सा
सेल विद्युत् अपघटनी सेल वेफ रूप में कार्य करेगा। इस सेल में होने वाली इलेक्ट्रोड अभिव्रिफयाएँ
क्या होंगी?
(ख) यदि सेल 'A'  का E꜀ₑₗₗ = 0.5V तथा सेल 'B' का E꜀ₑₗₗ = 1.1V हो तो ऐनोड व वैफथोड पर क्या
अभिव्रिफयाएँ होगीं?

Answer - (क) सेल B विद्युत् अपघटनी सेल वेफ रूप में कार्य करेगा क्योंकि इसका emf  कम है।
∴ इलेक्ट्रोड अभिव्रिफयाएँ होंगी-
          वैफथोड पर Zn²⁺ + 2e⁻ →  Zn
          ऐनोड पर   Cu → Cu²⁺ + 2e⁻
(ख)अब सेल B गैल्वेनी सेल वेफ रूप में कार्य करेगा क्योंकि इसका emf अध्कि है। यह सेल
A में इलेक्ट्रॉन भेजेगा। इलेक्ट्रोड अभिव्रिफयाएँ निम्नलिखित होंगी-
            वैफथोड पर Zn  →   Zn²⁺ + 2e⁻
            ऐनोड पर      Cu²⁺ + 2e⁻  → Cu  
                                                         अथवा

19.चित्र पर विचार कीजिए तथा नीचे दिए गए A से F तक प्रश्नों वेफ उत्तर दीजिए।
                  

 A.इलेक्ट्रॉन प्रवाह की दिशा दर्शाने वेफ लिए चित्र को पुनः बनाइए।
B.सिल्वर प्लेट ऐनोड है अथवा वैफथोड?
C. क्या होगा यदि लवण सेतु को हटा दिया जाए?
D.सेल कार्य करना कब समाप्त कर देगा?
E.कार्यरत सेल में Zn²⁺ तथा Ag⁺ आयनों की सांद्रता किस प्रकार प्रभावित होगी?
F.सेल समाप्त हो जाने वेफ पश्चात् Zn⁺²आयनों तथा Ag⁺ आयनों की सांद्रता किस प्रकार प्रभावित होती है?


 Answer -A. इलेक्ट्रॉन Zn से Ag की ओर गमन करते हैं।
B.    Ag वैफथोड है।
C. सेल कार्य करना बन्द कर देगा।
D. जब E꜀ₑₗₗ = 0
E. Zn⁺² आयनों की सांद्रता बढ़ेगी तथा Ag⁺ आयनों की सांद्रता घटेगी।
F. जबE꜀ₑₗₗ = 0 होगा तो साम्य स्थापित हो जाएगा तथा Zn⁺²  आयनों और Ag⁺ आयनों की सांद्रता परिवर्तित नहीं होगी।

20.एक कार्बनिक यौगिक A  जिसका आण्विक सूत्रा C8H8है, 2, 4-डाईनाइट्रोप़्ोफनिल हाइड्रैशीन ;2, 4 डी.एन.पी. अभिकर्मक वेफ साथ नारंगी-लाल अवक्षेप प्रदान करता है और सोडियम हाइड्रॉक्साइड की उपस्थिति में आयोडीन वेफ साथ गर्म करने पर एक पीले रंग का अवक्षेप बनाता है। यह यौगिक टॉलेन-अभिकर्मक अथवा पेफ¯लग-विलयन को अपचित नहीं करता और न ही यह ब्रोमीन जल अथवा बेयर-अभिकर्मक को वर्णविहीन करता है। यह क्रोमिक अम्ल द्वारा प्रबल ऑक्सीकरण से एक कार्बोक्सिलिक अम्ल (B) बनाता है जिसका आण्विक सूत्रा C7H6O2 है। यौगिक A व B को पहचानिए एवं प्रयुक्त अभिक्रियाओं को समझाइए।

Answer - यौगिक A  2, 4-डी.एन.पी. व्युत्पन्न निर्मित करता है। अतः यह यौगिक कोई ऐल्डिहाइड अथवा कीटोन है। चूँकि यह टॉलेन अभिकर्मक अथवा पेफ¯लग विलयन को अपचित नहीं करता, इसलिए यौगिक A एक कीटोन ही होना चाहिए। यौगिक A आयोडोपफॉर्म परीक्षण देता है। अतः यह मेथिल कीटोन ही होना चाहिए। यौगिक(A)  का आण्विक सूत्रा संवेफत देता है कि यह अत्यधिक असंतृप्त है। परंतु पिफर भी यह ब्रोमीन जल अथवा बेयर अभिकर्मक को वर्णविहीन नहीं करता। इससे प्रदर्शित होता है कि असंतृप्तता ऐरोमेटिक वलय वेफ कारण है।
यौगिक B एक कीटोन का ऑक्सीकरण उत्पाद है, अतः यह कार्बोक्सिलिक अम्ल होना चाहिए। यौगिक B का आण्विक सूत्रा यह दर्शाता है कि यह बेन्शोइक अम्ल होना चाहिए। अतः यौगिक (A) एक मोनोप्रतिस्थापित ऐरोमैटिक मेथिल कीटोन होना चाहिए। यौगिक(A) का आण्विक सूत्रा यह दर्शाता है कि यह पेफनिलमेथिलकीटोन ;ऐसीटोपफीनोनद्ध होना चाहिए। अभिक्रियाएं निम्नप्रकार से होंगी.




                                                      अथवा

20. निम्नलिखित रूपांतरणों को करने वेफ लिए रासायनिक अभिक्रियाएं लिखिए।

A. ब्यूटेन-1-ऑल से ब्यूटेनॉइक अम्ल

B.  बेन्शाइल एल्कोहॉल से प़ेफनिल एथेनॉइक अम्ल

C. 3-नाइट्रोब्रोमोबेन्जीन से 3-नाइट्रोबेन्जोइक अम्ल

D.  4-मेथिलऐसीटोप़फीनोन से बेन्जीन-1,4.डाइकार्बोक्सिलिक अम्ल

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