CLASS 12 HINDI COMPULSORY – HALF YEARLY EXAM 2025
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⭐ CLASS 12 HINDI COMPULSORY – HALF YEARLY EXAM 2025
Question Paper With Complete Answer Key
(Session: 2025–26)
यह RBSE कक्षा 12 हिंदी विषय का 2025 का Half Yearly Question Paper है। इसमें Writing Skills, व्याकरण, अपठित गद्यांश और साहित्य आधारित प्रश्न शामिल हैं। विद्यार्थी इस पेपर की मदद से आगामी परीक्षा की तैयारी बेहतर कर सकते हैं।
📝 SECTION–A : Objective Questions (MCQ)
Q1. निम्नलिखित में से सही विकल्प चुनिए — (12 × 1 = 12 अंक)
(1) ‘काव्यालंकार रत्न’ किसे कहते हैं?
✔ उत्तर: (क) कालिदास को
(2) शारीरिक सुख में अभ्यस्त होते हुए भी नियम का पालन करना—
✔ उत्तर: (ख) दासत्व
(3) ‘अनुगमन’ का विलोम है—
✔ उत्तर: (क) च्युत
(4) ‘दर्पण’ के समानार्थी शब्द—
✔ उत्तर: (ख) खिलौने
(5) किसी भी वस्तु का ज्ञान किनसे प्राप्त होता है?
✔ उत्तर: (ग) अनुभूति
(6) समाचार लेखन में किस शैली का प्रयोग होता है?
✔ उत्तर: (ख) उलट पिरामिड शैली
(7) “यहाँ सरकार स्वयं प्रयत्न कर रही है”— ‘सरकार’ किसके लिए प्रयुक्त?
✔ उत्तर: (ग) मंत्री के लिए
(8) भारत में प्रथम समाचारपत्र कहाँ निकला?
✔ उत्तर: (ख) दिल्ली में
(9) संवाददाता और संपादक के बीच संबंध—
✔ उत्तर: (ख) बाहर
(10) किस शब्द शक्ति में मुख्यतः व्यंजना प्रमुख होती है?
✔ उत्तर: (ग) व्यंजना
(11) जब किसी वस्तु की आकृति एक बार दिखे, उसे कहते हैं—
✔ उत्तर: (ख) कल्पना
(12) प्रत्यक्षतः किस भाषा का प्रभाव माना गया है?
✔ उत्तर: (ख) खड़ी बोली
📝 SECTION–B : Fill in the Blanks (5 Marks)
Q2. रिक्त स्थान भरिए
(1) विचार व्यक्त करने का माध्यम भाषा है।
(2) शब्दों का समूह वाक्य कहलाता है।
(3) किसी वस्तु का गुण प्रकट करने वाली शब्द शक्ति लक्षणा है।
(4) शब्द का मूल अर्थ शाब्दिक अर्थ कहलाता है।
(5) शब्द के आधार पर उत्पन्न नया अर्थ व्यंजना है।
📝 SECTION–C : Unseen Passage (6 Marks)
Q3. गद्यांश पढ़कर उत्तर दीजिए—
(1) मनुष्य प्रकृति के विभिन्न रूपों का अवलोकन करता है।
(2) कवि ने सूर्यास्त का दृश्य दिखाया है।
(3) क्योंकि वह वन में अकेला होता है और मानव नहीं मिलता।
(4) कवि ने वन की कोमलता, सुगंध और सौंदर्य का वर्णन किया है।
(5) यहाँ ‘रस’ का अर्थ आनंद है।
(6) उपयुक्त शीर्षक: “प्रकृति का सौंदर्य”
📝 SECTION–D : Poetry Passage (5 Marks)
Q4. निम्न कविता पर आधारित प्रश्न
(1) कवि नदी में निरंतरता और गतिशीलता देखता है।
(2) नदी अपने स्वरूप, प्रवाह एवं गति से चलती है।
(3) संसार में उसे दुःख, अशांति और क्लेश दिखता है।
(4) कवि संदेश देता है कि मनुष्य को प्रकृति से सामंजस्य रखना चाहिए।
(5) सार (40 शब्दों में):
कवि नदी के प्रवाह में जीवन के संघर्ष, गति और निरंतरता को देखता है। नदी संसार के दुःखों के बावजूद आगे बढ़ने का संदेश देती है। कवि मनुष्य को प्रकृति से सीख लेने की प्रेरणा देता है।
📝 SECTION–E : Short Answer Questions (8 Questions)
Q5. समाचार लेखन में 5W & 1H क्या हैं?
✔ What, When, Where, Why, Who + How
Q6. संवाददाता और संपादक में संबंध?
✔ दोनों के बीच विश्वास, सूचना समन्वय, पारदर्शिता और तथ्य-निष्ठा का संबंध होता है।
Q7. मुहावरे अर्थ सहित
Q8. “कभी भूल न सकने वाली भेंट” का आशय?
✔ वह स्मृति जो हृदय में स्थायी प्रभाव छोड़ जाए।
Q9. ‘कठोरता में भी मानवीयता’ का उद्देश्य?
✔ यह दिखाना कि कठोर व्यक्ति के भीतर भी संवेदना होती है।
Q10. राजनीतिक पुरुष की व्यवस्था?
✔ कुशल नेतृत्व और संतुलित शासन-व्यवस्था।
Q11. लक्ष्मण की राम के प्रति निष्ठा?
✔ पूर्ण त्याग, सेवा, समर्पण और अनन्य भक्ति।
Q12. ‘कवि’ कविता की विशेषता?
✔ प्रकृति-चित्रण, कल्पना, संवेदना और सरल भाषा।
📝 SECTION–F : Long Answer Questions
Q13. हरिशंकर परसाई का संक्षिप्त परिचय लिखिए।
✔ उत्तर :
हरिशंकर परसाई आधुनिक हिन्दी के सर्वश्रेष्ठ व्यंग्यकार माने जाते हैं। उनका जन्म 22 अगस्त 1924 को मध्यप्रदेश में हुआ। उनकी रचनाएँ सामाजिक कुरीतियों, राजनीतिक भ्रष्टाचार और मानव व्यवहार की विडंबनाओं पर कटाक्ष करती हैं।
उनकी प्रमुख कृतियाँ—
- सदाचार का ताबीज
- ठिठुरता हुआ गणतंत्र
- वैष्णव की फिसलन
- भोलाराम का जीव
परसाई की भाषा सरल, हास्यपूर्ण और व्यंग्य से भरपूर है। उन्होंने समाज को आईना दिखाने का महत्वपूर्ण कार्य किया।
📝 SECTION–G : Poem Explanation (5 Marks)
Q15. पद्यांश व्याख्या — (पहला वाला चुना गया)
कवि बताता है कि रचना का जन्म एक बीज की तरह होता है जो मन में अचानक अंकुरित होता है। शब्दों के मेल से कल्पना आकार लेती है। यह पूरा क्रम सृजनात्मकता, भावप्रवणता और काव्य–चिंतन की प्रक्रिया को व्यक्त करता है। कवि अपनी कल्पना की शक्ति से सहज, सरल और कलात्मक ढंग से काव्य सृजन को प्रस्तुत करता है।
📝 SECTION–H : Prose Explanation (5 Marks)
Q16. गद्यांश व्याख्या
लेखक मन की चंचलता पर प्रकाश डालता है। मन कभी स्थिर नहीं रहता—इच्छाएँ, आशाएँ और भय इसे विचलित करते रहते हैं। मन को साधने के लिए आत्मानुशासन और विवेक आवश्यक है। जब मन शांत होता है तभी वास्तविक सुख और संतोष प्राप्त होता है।
📝 SECTION–I : Letter Writing (4 Marks)
Q17. सड़क एवं प्रकाश व्यवस्था सुधार हेतु अधिकारी को पत्र
सेवा में,
अधिशासी अभियंता,
नगर परिषद —
विषय: सड़क एवं प्रकाश व्यवस्था सुधार हेतु निवेदन।
महोदय,
हमारे वार्ड की सड़कों की स्थिति अत्यन्त खराब है। साथ ही कई स्थानों पर स्ट्रीट-लाइटें बंद हैं जिससे दुर्घटनाओं की संभावना बढ़ गई है।
अतः विनम्र निवेदन है कि जल्द सुधार करवाया जाए।
भवदीय
— छात्र
📝 SECTION–J : Essay (Choose Any One – 400 Words)
⭐ चयनित विषय: विज्ञान और मानव जीवन
विज्ञान ने आधुनिक युग में मानव जाति का स्वरूप ही बदल दिया है। रोज़मर्रा की आवश्यकताओं से लेकर जटिल तकनीकी समस्याओं तक, विज्ञान ने मानव-जीवन को सरल, सुरक्षित और सुविधाजनक बनाया है। विज्ञान की प्रगति ने न केवल भौतिक अवस्थाओं में सुधार किया, बल्कि सोच और सामाजिक संरचना पर भी गहरा प्रभाव डाला है। संचार के साधन, परिवहन व्यवस्था, स्वास्थ्य सेवा, कृषि और औद्योगिक उत्पादन—इन सब में विज्ञान ने क्रांतिकारी परिवर्तन लाया है।
पहले लोग संदेश पहुँचाने के लिए दिनों-हफ्तों में यात्रा करते थे; आज मोबाइल, इंटरनेट और उपग्रह संचार ने दूरी को मिटा दिया है और सूचना तुरन्त उपलब्ध कर दी है। शिक्षा के क्षेत्र में भी विज्ञान ने डिजिटल माध्यम, ऑनलाइन कोर्स और दूरस्थ शिक्षा को संभव बनाया जिससे ज्ञान का प्रसार व्यापक हुआ है। इससे ग्रामीण और दूरस्थ क्षेत्रों में भी शिक्षण-सुविधाएँ पहुँचने लगीं हैं।
स्वास्थ्य क्षेत्र में विज्ञान की उपलब्धियाँ सबसे अधिक महत्वपूर्ण मानी जाती हैं। टीकाकरण, एंटीबायोटिक्स, जटिल सर्जरी तकनीकें और मेडिकल इमेजिंग ने जीवन रक्षा के उपायों को सशक्त किया है। अनेक पहले घातक रोग आज नियंत्रित या समाप्त कर दिए गए हैं। जनसंख्या के स्वास्थ्य सूचकांक में सुधार के पीछे विज्ञान एवं चिकित्सा का प्रमुख योगदान है।
कृषि क्षेत्र में वैज्ञानिक शोध ने उत्पादन बढ़ाने, नवीन किस्मों के विकास और सिंचाई-प्रणाली के सुधार द्वारा खाद्य सुरक्षा सुनिश्चित करने में मदद की है। मशीनरी और उन्नत कृषि तकनीक से खेतों की उपज बढ़ी और किसानों की आय में सुधार हुआ। औद्योगिकीकरण ने आर्थिक विकास को गति दी और रोजगार के अवसर पैदा किए। हालांकि इससे पर्यावरण पर दुष्प्रभाव भी आए हैं — प्रदूषण, प्राकृतिक संसाधनों का अति-शोषण और जैव विविधता ह्रास जैसी समस्याएँ उत्पन्न हुईं।
विज्ञान के उपयोग का नैतिक पक्ष भी महत्त्वपूर्ण है। तकनीक के दुरुपयोग से सामाजिक असमानता, गोपनीयता का हनन और हथियारों का विकास भी हुआ है। अतः वैज्ञानिक उपलब्धियों का उपयोग मानवीय कल्याण, पारिस्थितिकी संतुलन और नैतिक मूल्यों के अनुरूप होना चाहिए।
निष्कर्षतः विज्ञान ने मानव जीवन को नई ऊँचाइयाँ दी हैं और अनेक कठिनाइयों का समाधान प्रस्तुत किया है, पर इसका सही और विवेकी उपयोग ही स्थायी प्रगति सुनिश्चित कर सकता है। विज्ञान के साथ मानवता-केन्द्रित विचार और नैतिक जिम्मेदारी जुड़ी हो तभी मानव समाज सच्चे अर्थ में उन्नत और सुखी बन सकेगा।
FAQ:
Q1. यह Class 12 Hindi Half Yearly Paper किस Board का है?
यह RBSE – Rajasthan Board का आधिकारिक Half Yearly पैटर्न आधारित प्रश्नपत्र है।
Q2. क्या मैं इस पेपर की PDF download कर सकता हूँ?
हाँ, नीचे दिए गए लिंक से आप आसानी से PDF डाउनलोड कर सकते हैं।
Q3. यह पेपर किन topics को cover करता है?
इसमें व्याकरण, अपठित गद्यांश, लेखन कौशल, साहित्य व पाठ्यक्रम आधारित प्रश्न शामिल हैं।
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